3 4 gambling act is bailable or non bailable in hindi

3 4 gambling act is bailable or non bailable in hindi

कय जआ अधनयम क धर 3 और 4 क तहत अपरध जमनत ह य गरजमनत?भरतय दड सहत क धर 3 और 4 क तहत जआ स सबधत अपरध क परकत पर चरच करत ह जमनत अपरध: एक ऐस अपरध ह जसक लए आरप क गरफतर क समय य बद म जमनत मल सकत ह जमनत परदन क जत ह जब नययलय यह मनत ह क आरप भगन क सभवन नह ह य सबत स छडछड नह करगगरजमनत अपरध: एक ऐस अपरध ह जसक लए आरप क गरफतर क समय जमनत नह मल सकत ह नययलय क आरप क लए जमनत जर करन क अधकर ह, लकन यह आमतर पर कवल असधरण परसथतय म हत हजआ अधनयम क धर 3 और 4: धर 3: कस सरवजनक सथन पर जआ खलन य आयजत करन क अपरध ह धर 4: जए स सबधत समन रखन य इसतमल करन क अपरध हयह नरधरत करन क लए क धर 3 और 4 क तहत अपरध जमनत ह य गरजमनत, हम भरतय दड सहत क धर 436 क जच करन चहए: धर 436: धर 3 और 4 क तहत अपरध क जमनत अपरध क रप म वरगकत करत हनषकरष:जआ अधनयम क धर 3 और 4 क तहत जआ स सबधत अपरध जमनत ह इसक मतलब ह क आरप क जमनत मल सकत ह हलक, यह धयन रखन महतवपरण ह क जमनत क अधकर सवत ह नह मलत ह आरप क जमनत परपत करन क लए नययलय क यह वशवस दलन हग क वह भगन क सभवन नह ह य सबत स छडछड नह करगनट: यह जनकर कवल समनय जनकर क लए ह और कनन सलह नह ह अगर आपक कस वशष ममल क बर म सलह चहए, त आपक एक यगय वकल स परमरश करन चहए

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