gambling satta jitne ka yantra

gambling satta jitne ka yantra

सटट जतन क यतर: एक भरम सटट जतन क यतर, एक ऐस कलपन ह ज लग क मन म हमश स रह ह जस तरह स लग अमर बनन क आसन रसत ढढत ह, उस तरह स व सटट जतन क लए भ एक सरल उपय क तलश म रहत ह कई लग सटट जतन क लए कई तरह क यतर और तरक क इसतमल करत ह, जनम स कई भरम पर आधरत हत ह कय सच म कई यतर सटट जतन क गरट द सकत ह? सचचई यह ह क सटट एक सभवन क खल ह इसम जतन य हरन क सभवन दन बरबर हत ह कई भ यतर, चह व कतन ह जटल कय न ह, सटट जतन क गरट नह द सकत यतर क बजय, सटट म जतन क लए कय कर?सटट म जतन क लए कई यतर नह, बलक जञन, समझदर और अनशसन क आवशयकत हत ह खल क नयम क समझ: सटट क वभनन परकर क नयम क अचछ तरह स समझ जखम परबधन: अपन कषमत क हसब स खल और हरन क सभवन क सवकर कर धरय और अनशसन: सटट म फरन धनवन बनन क उममद न रख धरय और अनशसन क सथ खल अनसधन कर: सटट क खल म अपन जञन बढन क लए अनसधन कर यद रख:सटट जतन क यतर एक भरम ह सटट म जतन क लए कई जदई उपय नह ह जञन, समझदर, और अनशसन ह सफलत क रसत ह

gambling satta jitne ka yantra