hindi meaning of gambling
जआ क हद अरथ: एक गहन अनवषणजआ शबद हद म एक जटल शबद ह, ज गहन अरथ स भर हआ ह यह वभनन परसथतय म अलगअलग तरक स इसतमल हत ह, जसक वजह स इसक अरथ कई बर भरमक ह सकत ह मखय अरथ: सटट: सबस आम अरथ म, जआ क अरथ ह सटट, अरथत कस अनशचत परणम पर धन दव पर लगन यह परभष अकसर कसन म जए स जड हत ह, जह लग पस य अनय मलयवन वसतओ क जतन क उममद म खल खलत ह खतर: जआ क दसर अरथ ह खतर, अरथत कस चज पर जखम उठन, खसकर जब उस चज स नकसन हन क खतर ह इस अरथ म, जआ क इसतमल ऐस ममल म हत ह जह वयकत कस अनशचत परणम क लए कछ गवन क जखम लत ह, जस क वयवसय म नवश करन य कस अजञत कषतर म यतर करन परम: जआ क एक दलचसप अरथ परम भ ह, खसकर जब परम म जखम और अनशचतत शमल हत ह यह अरथ अकसर परमकवतओ और सहतयक कतय म दख जत ह, जह परम अपन पयर क लए जखम उठन क तलन जए स करत हअतरकत अरथ: अनयमतत: जआ क उपयग अकसर अनयमतत य अनशचतत क अरथ म भ हत ह उदहरण क लए, कई कह सकत ह जवन एक जआ ह, जसक मतलब ह क जवन अनशचत और अपरतयशत ह चचलत: जआ क परयग चचलत य असथरत क अरथ म भ हत ह यह अरथ अकसर कस वयकत क चचल परकत य कस चज क असथर सवभव क दरशत हनषकरष:जआ शबद हद म कई अरथ म परयग हत ह, ज वभनन परसथतय और सदरभ क अनसर बदलत रहत ह इसलए, जआ क अरथ समझन क लए, उस वकय य सदरभ क धयन स दखन आवशयक ह जसम यह शबद परयग कय गय ह