bhagyalakshmi ka result

bhagyalakshmi ka result

भगयलकषम क परणम: एक अनशचतत क खलभगयलकषम क परणम य चर शबद हमर मन म कई तरह क वचर लत ह भगयलकषम, हमर जवन म सखसमदध क दव, अपन कप स जवन क बदलन क शकत रखत ह लकन उसक कप परपत करन कठन ह, और यह परणम अनशचतत स भर हआ हत हअकसर, जवन म हम भगयलकषम क परणम क लए तरसत ह नकर क तलश म, परकष क लए, य कस भ महतवककष लकषय क परपत करन म, हम आश करत ह क भगयलकषम हमर तरफ हग हम पज करत ह, उपवस करत ह, और अपन इचछओ क लए पररथन करत ह लकन हर बर परणम हमर पकष म नह हत हकभकभ, भगयलकषम क परणम नरश स भर हत ह जब हम महनत करत ह और फर भ सफल नह हत, त हम नरश ह जत ह लगत ह जस भगय हमर सथ नह ह लकन यह यद रखन महतवपरण ह क हर नरश एक नई शरआत क मक ह हम शकष ल सकत ह, अपन गलतय स सख सकत ह, और अधक महनत कर सकत ह भगयलकषम क परणम अनशचतत स भर हआ ह लकन यह यद रखन जरर ह क हम अपन भगय क नरमत भ ह हमर महनत, अटट इचछशकत, और धरय हमर भगय क आकर दत ह अपन खद क कषमतओ पर वशवस कर, और लगतर परयस करत रह भगयलकषम अवशय ह आपक परयस क दखग, और एक दन आपक परयस क फल आपक हथ म हग

bhagyalakshmi ka result